IOS 18 New Feature: कॉल रिकॉर्डिंग और ट्रांसक्रिप्शन

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By admin

अरे वाह! IOS 18 में कई नए फीचर्स आए हैं, और उनमें से एक है कॉल रिकॉर्डिंग और ट्रांसक्रिप्शन का धमाकेदार कॉम्बो! अब आप अपने फोन कॉल्स को न सिर्फ रिकॉर्ड कर पाएंगे, बल्कि उन्हें टेक्स्ट में भी बदल सकेंगे. ये कमाल का ना है? तो चलिए, थोड़ा गहराई से जानते हैं कि ये फीचर कैसे काम करता है और इसके क्या फायदे-नुकसान हैं|

कॉल रिकॉर्डिंग कैसे करें (Call recording kaise karein)

कॉल रिकॉर्डिंग चालू करना बच्चों का खेल है. बस इन आसान स्टेप्स को फॉलो करें:

सबसे पहले अपना फोन ऐप खोलें और उस कॉन्टैक्ट को ढूंढें जिसे आप कॉल करना चाहते हैं.
अब जिस नंबर पर कॉल करनी है, उस पर अपना उंगली रखें और थोड़ी देर दबाए रहें.
एक पॉप-अप मेन्यू आएगा, उसमें आपको “रिकॉर्ड कॉल” का ऑप्शन दिखेगा. बस उस पर टैप कर दें.
और हो गया! आपने कॉल रिकॉर्डिंग चालू कर दी है. अब आप बेफिक्र होकर बातचीत शुरू कर सकते हैं.
जब आपकी बात खत्म हो जाएगी, तो कॉल अपने आप बंद हो जाएगी और रिकॉर्डिंग “Recorded Calls” फोल्डर में सेव हो जाएगी. आप चाहें तो बाद में इस रिकॉर्डिंग को एडिट भी कर सकते हैं, किसी के साथ शेयर कर सकते हैं या फिर डिलीट भी कर सकते हैं |

कॉल ट्रांसक्रिप्शन कैसे काम करता है (Call transcription kaise kaam karta hai)

कॉल ट्रांसक्रिप्शन एक एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) टेक्नोलॉजी है जो आपकी कॉल को टेक्स्ट में बदल देती है. मान लीजिए आप किसी मीटिंग में थे और फोन पर हुई बातचीत के कुछ पॉइंट्स याद नहीं रह पाए, तो ये फीचर आपके लिए किसी जादू से कम नहीं! अभी ये फीचर थोड़ा नया है और लगातार डेवलप हो रहा है, लेकिन फिलहाल ये अंग्रेजी, फ्रेंच, जर्मन, मंदारिन चीनी, जापानी और स्पेनिश जैसी भाषाओं को सपोर्ट करता है.

ट्रांसक्रिप्शन चालू करने के लिए भी कुछ आसान स्टेप्स हैं:

सबसे पहले अपने फोन की सेटिंग्स में जाएं.
वहां आपको “फोन” का ऑप्शन दिखेगा, उस पर टैप करें.
अब आपको “कॉल रिकॉर्डिंग” का ऑप्शन मिलेगा, उस पर जाएं.
वहां आपको “ट्रांसक्रिप्शन” का ऑन/ऑफ बटन दिखेगा. उसे चालू कर दें.
बस इतना! अब जब भी आप कोई कॉल रिकॉर्ड करेंगे, तो कॉल खत्म होने के बाद रिकॉर्डिंग के साथ-साथ उसकी ट्रांसक्रिप्शन भी “Recorded Calls” फोल्डर में दिखाई देगी. ठीक उसी तरह आप ट्रांसक्रिप्शन को भी एडिट, शेयर या डिलीट कर सकते हैं|


इस फीचर के फायदे (Is feature ke fayde)

कॉल रिकॉर्डिंग और ट्रांसक्रिप्शन के कई फायदे हैं, जैसे:

जरूरी कॉल की जानकारी कभी नहीं भूलेंगे. भविष्य में संदर्भ के लिए आप इन रिकॉर्डिंग्स को आसानी से सेव कर सकते हैं.
किसी मीटिंग या इंटरव्यू की बातचीत को बाद में रिव्यू कर सकते हैं.
कानूनी या व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए कॉल का दस्तावेजीकरण कर सकते हैं.
भाषा की दिक्कत होने पर भी कॉल को समझना आसान हो जाता है (ट्रांसक्रिप्शन फीचर के साथ) |

इस फीचर के नुकसान (Is feature ke nuksan)

कॉल रिकॉर्डिंग और ट्रांसक्रिप्शन भले ही कितने फायदेमंद हों, लेकिन इनका इस्तेमाल करते वक्त थोड़ी सी सावधानी भी जरूरी है:

गोपनीयता की चिंताएं : कॉल रिकॉर्डिंग का इस्तेमाल करते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि दूसरी व्यक्ति की सहमति जरूर लें. हर किसी को ये पसंद नहीं होता कि उनकी कॉल रिकॉर्ड की जाए. किसी से भी संवेदनशील जानकारी के बारे में बात करने से पहले उनकी इजाजत लेना न भूलें.
स्टोरेज स्पेस की खपत (Storage space ki khapat): रिकॉर्डिंग काफी जगह घेर सकती हैं. खासकर अगर आप हाई क्वालिटी में रिकॉर्डिंग करते हैं तो आपके फोन की स्टोरेज जल्दी भर सकती है. इसलिए सिर्फ उन्हीं कॉल को रिकॉर्ड करें जिन्हें आप वाकई में संभाल कर रखना चाहते हैं. बाद में गैर-जरूरी रिकॉर्डिंग्स को डिलीट करना न भूलें.
कानूनी प्रतिबंध (Kanuni pratibandh): कुछ देशों में कॉल रिकॉर्डिंग गैर-कानूनी है. कॉल रिकॉर्ड करने से पहले ये जरूर पता कर लें कि आपके देश में इसके क्या नियम हैं.

कौन से iPhone इस फीचर को सपोर्ट करते हैं (Kaun se iPhone is feature ko support karte hain)

यह फीचर iOS 18 या उसके बाद के संस्करण वाले सभी iPhone पर उपलब्ध है।

निष्कर्ष (Conclusion)

कुल मिलाकर, कॉल रिकॉर्डिंग और ट्रांसक्रिप्शन का फीचर काफी उपयोगी है. ये न सिर्फ जरूरी जानकारी को संभालने में मदद करता है बल्कि भाषा की बाधाओं को भी कम करता है. लेकिन इसका इस्तेमाल करते वक्त गोपनीयता का ध्यान रखना और कानूनों को ना तोड़ना ये दोनों ही चीजें बेहद जरूरी हैं|